झारखण्ड में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण का मामला विधायक सरयू राय ने आज विधानसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया
29 February 2024 | झारखण्ड विधानसभा
झारखण्ड राज्य में बढ़ते हुए वायु प्रदूषण का मामला विधायक सरयू राय ने आज विधानसभा में शून्यकाल के दौरान उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य में वायु प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण झारखण्ड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अधिकारियों, खासकर बोर्ड के सदस्य सचिव और कतिपय प्रदूषक उद्योगों के बीच सांठगांठ होता है। उद्योगों के परिसर में प्रदूषण मापने हेतु Online Continuous Emission/ Effluent Monitoring Systems (OCEMS) संयंत्र लगाये गये हैं, इसका निर्धारित कैलिब्रेशन हो रहा है या नहीं इसकी जाँच नहीं होती। यह जाँच होनी चाहिए।
उद्योगों में ऑनलाईन एवं ऑफलाईन पीएम-10 एनालाईजर लगाए गए हैं जो अधिकांशतः बंद पड़े रहते हैं। इन्हें बंद रखने वालों प्रदूषक उद्योगों के विरूद्ध झारखण्ड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद कार्रवाई नहीं करता है, इन पर कार्रवाई की जाय। Continuous Ambient Air Quality Monitoring Stations (CAAQMS) को ऐसे जगह पर लगाना है, जो आम जनता की पहुंच में हो। जगह चयन करने में पर्षद के पदाधिकारियों की मिलीभगत रहती है। इसकी जाँच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होना चाहिए।
शून्यकाल की सूचना निम्नवत है :-
"झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों, विशेषकर सदस्य-सचिव और अत्यधिक प्रदूषक उद्योगों के बीच साँठगाँठ से राज्य में भीषण वायु-प्रदूषण हो रहा है। उद्योगों में लगे “ओसीइएमएस” कैलिब्रेशन की जाँच, बंद पड़े ऑनलाइन/ऑफलाईन पीएम-10 एनालाईजर पर कार्रवाई, गलत सीएएक्यूएमएस स्थल-चयन में इनकी मिलीभगत की जाँच एवं कार्रवाई की मांग सरकार से करता हूँ।"